जिसमें मंटो पर अश्लील लेखक होने का आरोप लगाते हुए उनकी कहानियों को समाज को नुकसान पहुंचाने वाली बताया गया था.
3.
शलाका सम्मान को लेकर जिस तरह कृष्ण बलदेव वैघ के बारे में कहा गया कि वह अश्लील लेखक हैं, यह बहुत अशोभनीय है।
4.
लाहौर आकर उसने रोज़ी-रोटी के सिलसिले में काफ़ी मेहनत की लेकिन ‘ अश्लील लेखक मंटो ' किसी भी मरहले में सफल न हो सका।
5.
उन्हें बार-बार यह सफाई पेश करनी पड़ी कि ‘ मुझे आप अफ़सानानिगार की हैसियत से जानते हैं और अदालतें एक फ़हशनिगार (अश्लील लेखक) की हैसियत से।
6.
मंटो कौन? मै भी मंटो का उतना बड़ा मुरीद हूँ जितने आप, ओर १ २ कक्षा में मैंने उस वक़्त उन्हें पढ़ा था जब शायद कोई देख लेता तो डांट देता, बाद में मालूम चला हिन्दी के बड़े-बड़े दिगाजो ने मंटो को अश्लील लेखक घोषित किया हुआ है.